यू आर एल (URL):-
URL का पूरा नाम (Uniform Resource Locator) Internet पर WWW (World Wide Web) दारा दिखाये जाने वाले Web Page या Website एक अलग पहचान देने के लिए प्रत्येक Web site को एक नाम दिया गया है। उस नाम को Web site भाषा मे URL कहा जाता है। और प्रत्येक web page में दुसरे web page का link होता है।
यह link एक Hyper Text के रूप में होता है जिस पर माउस click करके हम एक page से दुसरे page , दुसरे से तीसरे आदि तक पहुंच सकते है। यह link भी वास्तव में किसी web का URL ही होता है। URL को समजने से पहले यह जान लेते है कि किसी भी Website देखने चुनने या खोलने से पहले किन किन बातो को जान लेना जरूरी है।
URL के तीन भाग होते है
इन तीन बातो को जानना जरूरी है-
- उस web Page का क्या Name है।
- यह web Page कहां स्थित है।
- इस Page को किस प्रकार देखा जा सकता है।
यदि सभी Web Pages के Name ठीक उसी प्रकार दिए जाये जिस प्रकार व्यक्ति के Name होते है तो बहुत समस्याऐं सामने आ सकती है। जैसे व्यक्ति के नाम ये उसकी उम्र Address Phone Number आादि का पता नहीं चलाया जा सकता है ठीक उसी प्रकार Web page नाम से भी यह पता लगाना काफी कठिन हो सकता है कि किस प्रकार की Site है किस Server पर बनी है तथा क्या सूचना यहां से मिल सकती है।
इन सभी Problem के समाधान हेतु एक Web Site को Name इस प्रकार दिया जाता है। जिससे इन सभी बातों का अंदाजा लगाया जा सके । इस पद्वति से दिया गया नाम URL अथवा यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर कहलाता है। किसी Web Page के URL के तीन Part होते है। Fist Part Protocol कहलाता है। Second Part उस Server site का DNS नाम है जिस पर वह Web Page store है तथा अन्त में उस page का Name जिसकी सूचना पढनी है।
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http- यह एक प्रोटोकॉल है।
www – यह एक Server का प्रकार है।
MukiTalk- यह Web site का Name है।
.com- यह Web site का Domain Name कहलाता है।
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Summary:-
में उम्मीद करता हु की आप को समज आ गया होगा की URL क्या होता है आप को यह ब्लॉग पोस्ट केसी लगी कमेंट करके जरुर बताना।