Public Provident Fund यानी PPF है सबसे पॉपुलर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट स्कीम्स में से एक है। लेकिन हर पॉपुलर चीज़ अच्छी हो ऐसा जरूरी नहीं है। तो क्यों है यह स्कीम पॉपुलर और क्या है इस स्कीम की अच्छी बातें और नॉट अच्छी बात है।
आज इस स्कीम के सारे पहलुओं पर डिस्कशन करेंगे। रिटर्न कितना है, रिस्क कितना है, कितने टर्म के लिए लॉगिन है, कौन कौन इन्वेस्ट कर सकता है? टैक्स बेनिफिट क्या है? प्रोसीजर क्या है? हर तरह की वो चीज़ है जो स्कीम के बारे में आपको जानना जरूरी है। अब हम जानेगे ।
PPF क्या है?
सबसे पहले रिटर्न की बात। इस स्कीम का रिटर्न हर क्वार्टरली यानी हर तीन महीनों में गवर्नमेंट डिवाइस करती है। तो अभी के हिसाब से ये स्कीम से वन पॉइंट वॅन परसेंट परिसर के हिसाब से रिटर्न दे रही है। 7% के आसपास कुछ महीनों पहले ये 7.9 था
युश्यल्ली आप ये मान सकते हैं कि जो मेजर बैंक का एफडी रेट होता है। SBI, HDFC Bank, Axise Bank, ICICI Bank ये जो मेजर बैंक है। इनका जो एफडी का रेट होता है।
कितना रिटर्न मिलता है:-
उससे आपको लगभग 1.5% ज्यादा रिटर्न इस स्कीम से मिलता है। तो SBI अभी अपनी FD पे 5.86% के आसपास रिटर्न दे रहा है और ये स्कीम 7.1% का रिटर्न दे रही है। लेकिन यह हर क्वार्टर रिवाइज होता है।
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तो अब आप सोच रहे हैं कि अगर SBI या बाकी मेजर बैंक से 1.4% ही ज्यादा इंटरेस्ट मिल रहा है । तो PPF तो कोई अच्छी स्कीम नहीं है, इसमें क्या ख़ास है? बल्कि कई छोटे बैंक को 7% के आसपास का इंटरेस्ट वैसे ही दे रहे हैं । तो हम PPF में क्यों लगाए? तो इसका जवाब आपको आर्टिकल में आगे मिल जाएगा।
अब बात करते हैं मैच्युरिटी और लॉग इन या नहीं। आप जो पैसा डालेंगे वो आपको कब मिलेगा? तो ये स्कीम में 15 साल का लॉकइन है यानी जो पैसा आप डाल रहे है। वो आप 15 साल बाद निकाल सकते हैं जैसे एफडी जैसा नहीं की सालभर की अपनी हैं । तो साल भर बाद पैसा मिल गया। 2 साल की है तो 2 साल बाद इस स्कीम में आप जो भी पैसा डालेंगे वो आपको 15 साल बाद मिलेगा।
PPF का क्या बेनिफिट है




इसके अलावा पोस्ट ऑफिसेस, मेजर पोस्ट ऑफिस में भी यह स्कीम अवेलेबल है तो ज्यादातर बैंक है। वो औनलाइन बड़े कन्वीनियेंट्ली इसे खोलने का ऑप्शन देते हैं और वही मुझे भी बेस्ट तरीका लगता है। ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन भी रिक्वायर्ड नहीं है।
आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी कार्ड में से कोई एक पैन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, आपका करेंट प्रेसिडेंट एड्रेस प्रूफ करने के लिए एक फोटोग्राफ लें और एक फॉर्म ये फील करिए और खुल गया आपका पीपीएफ अकाउंट।
सबसे अच्छी ट्रिक जाने:-
अब बात करते हैं उस ट्रिक की। अगर आप मान लीजिए पर मंथ इन्सटॉलमेंट में अपने pf अकाउंट में पैसा जमा करते हैं और आप पैसा जमा करते हैं। हर महीने की 6 तारीख को या 7 तारीख को या ज़ूम कर लेते है। 10 तारीख को पैसा जमा करते हैं तो अगर आपने 10 जनवरी को पैसा जमा किया तो 10 जनवरी से लेकर 30, 31 जनवरी तक 20 दिन आपका वो पैसा इंटरेस्ट नहीं कमाएगा। 20 दिन वो पैसा आइडिल पड़ा रहेगा।
जरूरी यह है कि पीएफ में मंथ्ली इन्सटॉलमेंट की एक तरह से आप मान लीजिए कटॉप डेट है, पांच तारीख तो हर महीने अगर आप मंथ्ली इन्सटॉलमेंट जमा करते हैं तो ये एन्सुर करिये की आप पांच तारीख या उसके पहले पहले अपना मंथ्ली इन्सटॉलमेंट पे कर दें ताकि उस महीने भी वो इन्सटॉलमेंट आपने पे की उसका इंटरेस्ट आपको मिले, ये देखने में छोटी बात लगती है लेकिन जब 15 सालों तक हर महीने आपको एक एक महीने उस लेटेस्ट इन्सटॉलमेंट में इंटरेस्ट मिले तो अंत में 15 सालों के बाद ये काफी बड़ा कम हो जाता है।
कुछ लाखों रुपयों में भी हो सकता है और आपको करना कुछ नहीं है। जो पैसा आप 10 या 15 तारीख को दे रहे थे, उसे पांच तारीख या उसके पहले एक से पांच तारीख के बीच में दे दीजिए। 15 साल बाद ये अमाउंट पेंडिंग की आपकी इन्सटॉलमेंट कितनी है? अच्छा खासा अमाउंट होने वाला है। कुछ लाख रुपए तो इसे जरूर करिए अगर आप पीएफ अकाउंट खोलना चाहते हैं
अब सबसे जरूरी प्रशन क्या आपको पब्लिक प्रोविडेंट फंड में अकाउंट खुलवाना चाहिए? क्या ये नैशनल पेंशन स्कीम से बेटर है? क्या ये इस तरह की दूसरी रिटायरमेंट स्कीम से बेहतर है लेकिन किन लोगों को पब्लिक प्रोविडेंट फंड में अकाउंट खुलवाना चाहिए? तो अगर आप हाइ टैक्स ब्रैकेट में हैं।
अगर आप साल का 10,00,000 से ज्यादा कमाते हैं। तो आपको 30% से ज्यादा का टैक्सेशन लगता, ऐसे में आप के लिए पीपीएफ बहुत अच्छी स्कीम है क्योंकि इसमें जो आप इन्ट्रेस्ट कमा रहे हैं चाहे शार्ट टर्म लॉन्ग टर्म किसी तरह का कोई टैक्स आपको पे नहीं करना मैच्युरिटी पे भी आपको कोई टैक्स पे नहीं करना
दूसरा अगर आप रिटायरमेंट के लिए एक सेफ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन चाहते हैं लेकिन एफडी में आपको ये डर लगता है कि आप डिसिप्लिन नहीं है। आप हो सकता है प्रीमच्योर पेनल्टी देखें एफडी में से पैसे निकाल लें अगर आप में डिसिप्लिन की कमी है तो क्योंकि आप इसमें 5 साल तक तो पैसा निकल ही नहीं सकते और उसके बाद भी केवल 50% भी अमाउंट निकाल सकते हैं
तो ऐसे में इस स्कीम के कारण डिसिप्लिन आ जाता है और रिटर्न तो आपको अच्छा मिल ही रहा है। ऊपर से टैक्स बेनिफिट भी अच्छा मिल रहा है। तो अगर आपने डिसिप्लिन की कमी है या अगर आप बहुत ज्यादा टैक्स ब्रैकेट में हैं। इन दो केस में तो ये बहुत बहुत अच्छी स्कीम है और आपको डेफिनिट्ली इसमें अप्लाई करना चाहिए।
अगर आप बहुत ज्यादा टैक्स ब्रैकेट में नहीं भी है लेकिन आप एनपीएस वाला रिस्क नहीं लेना चाहते। अगर आप अपने फंड को बहुत ज्यादा सेफ रखना चाहते हैं, आप इक्विटी मार्केट का रिस्क नहीं लेना चाहते तो भी यह एक अच्छी स्कीम है।
हालांकि पर्सनली क्योंकि मैं इक्विटीज वाला रिस्क प्रिफर करता हूँ, तो मुझे एनपीएस भी काफी अच्छा ऑप्शन लगता है और मेरे को वो रिस्क लेना बाइबल लगता है।