हेल्लो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेगे की Life Insurance को Claim कैसे करे। और साथ ही इसके लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है। तो चलिए शुरू करते हैं ।
क्या है Life Insurance :-
लाइफ इन्सुरेंस एक बाउन्ड कॉन्ट्रैक्ट होता है। Insurance Company एक इंडीविजुअल के बीच में जिसमें ये दोनों एग्री करते हैं कि इंडीविजुअल हर महीने कंपनी को एक सर्टेन अमाउंट पे करेगा। जिसके बदले में कंपनी इंडीविजुअल की डेथ के बाद उसके नॉमिनी को एकमुश्त पैसा देगी।
आज कल काफी लोग लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी परचेस करते हैं तो वहीं डेबिट या क्रेडिट कार्ड पर भी Life Insurance मिलता है जैसे कि एचडीएफसी बैंक के प्लेटिनम डेबिट कार्ड पर ₹11,00,000 तक का इन्शुरन्स मिलता है।
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी परचेस करना जितना इजी होता है उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होता है। लाइफ इंश्योरेंस को क्लेम करना काफी लोग जानकारी न होने की वजह से या तो क्लेम नहीं करते हैं या उनका क्लेम रिजेक्ट हो जाता है।
Life Insurance Claim करने के तरीका :-
सबसे पहला कदम FIR और मेडिकल रिपोर्ट अगर मरने वाले की डेथ नोर्मल नहीं है तो आपको फौरन ही FIR फाइल करनी चाहिए और उसकी कॉपी लेकर रख लेनी चाहिए और अगर हॉस्पिटल में डेथ हुई है तो आपको मेडिकल रिपोर्ट रखनी चाहिए क्योंकि जब आप Insurance Claim करेंगे तो आपको FIR की कॉपी और मेडिकल रिपोर्ट भी जमा करनी होगी।
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दूसरा स्टेप डेट के बाद क्लेम लॉन्च करना सबसे जरूरी होता है। इसका सबसे सही तरीका यह है कि आप कंपनी के नंबर पर कॉल करिए और उन्हें इन्फॉर्म करिए। डेट के बाद 180 दिन के अंदर अंदर आप इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं।
लेकिन जितना जल्दी हो सके आपको उतनी जल्दी क्लेम करना चाहिए क्योंकि अगर आप लेट करेंगे तो उससे आपको ही परेशानी उठानी पड़ेगी।
तीसरा स्टेप आपको क्लेम करने के लिए कुछ डॉक्युमेंट तैयार करने पड़ेंगे।
- ऐप्लिकेशन फॉर्म ये फॉर्म आप एक सादे कागज पर लिख सकते हैं।
- लाइफ इन्सुरेंस क्लेम फॉर्म (Form No 3783 ) ये फॉर्म कंपनी के द्वारा दिया जाता है।
- डेथ सर्टिफिकेट।
- पुलिस रिपोर्ट अगर कोई एक्सीडेंट या क्राइम हुआ है तब ।
- हॉस्पिटल रिपोर्ट या पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अगर डेथ किसी बीमारी की वजह से ऐक्सिडेंट या क्राइम की वजह से हुई है तो।
- नॉमिनी डॉक्यूमेंट जिसमें बैंक की पासबुक, आइडी कार्ड और एक आधार कार्ड देना होगा।
- लास्ट इन्शुरन्स प्रीमियम रिसीव इन्शुरन्स की जो आखिरी किस्त जमा की है उसकी रसीद।
- इन्सुरेंस पॉलिसी, बॉन्ड पेपर ये बॉन्ड पेपर बीमा करवातें समय सबसे पहले दिया जाता है।
चोथा स्टेप ये डॉक्युमेंट तैयार करने के बाद आपको ऐप्लिकेशन फॉर्म लगाकर इन डॉक्यूमेंट्स को कंपनी में जमा करना होगा। यहाँ पर आपको एक चीज़ का ध्यान रखना है कि सभी डॉक्यूमेंट में मरने वाले का नाम सेम होना चाहिए वरना आपको काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ सकती है।
स्टेप फाइव वेरिफिकेशन जब आप क्लेम डॉक्युमेंट जमा कर देंगे तो उसके बाद कंपनी की तरफ से कुछ लोग आयेंगे। जांच करने के लिए जांच के बाद 50 डेज़ के अंदर अंदर आपको क्लेम का पैसा मिल जाता है। यह कुछ स्टेप्स हैं जिन्हें फॉलो करके आप इंश्योरेंस पॉलिसी को ईज़िली क्लेम कर सकते हैं।
