दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानगे हमें Stock Market में investment करना चाहिए या नही आसान भाषा में तो चलिए शुरू करते है।
आपने अक्सर आपके फैमिली के बुजुर्ग लोगों को यह कहते सुना होगा कि हमारे जमाने में तो यह चीज़ सिर्फ ₹10 में मीलती थी और आज देखो इसकी क्या प्राइस हो गई है।
Inflation Effect
अगर आप उनकी इन बातों पर गौर करो गे तो सोचोगे की आखिरी हुआ कैसे। ये सब अचानक नहीं हुआ। धीरे धीरे चीजों के दाम बढ़ते गए और आज उन चीजों की प्राइस नई लेवल्स पर आ चुकी है। इससे Inflation Effect इन्फ्लेशन इफ़ेक्ट कहते हैं। इन्फ्लेशन की वजह से गुड्स और सर्विसेज के दाम बढ़ते हैं।
महंगाई कैसे बढती है?
यानी महंगाई बढ़ती है और प्राइस बढ़ने के कारण आपकी पर्चेजिग पावर कम हो जाती है। यानी आपके पैसों की वैल्यू कम हो जाती है। अगर आप किसी चीज़ को ₹100 में खरीद रहे हो। तो दो तीन साल बाद आप ₹100 में वो चीज़ नहीं खरीद पाओगे। क्योंकि इन्फेक्शन के कारण उस चीज़ की कीमत आपको बढ़ी हुई मिलेंगी।
कुल मिला कर इन्फेक्शन के कारण आपकी पर्चेजिग पावर कम हो जाती है। इसीलिए आज आपके पास जो ₹100 है। उसकी वैल्यू आपको फ्यूचर में मिलने वाले ₹100 से ज्यादा है, इसलिए इन्फ्लेशन को समझना और उसे बिट करना यानी इन्फ्लेशन रेट से ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिटर्न्स कमाना बहुत जरूरी है।
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पैसो की वेल्यु कब कम होती है:-
अगर आप अपनी सेविंग्स घर में ही रखोगे या सेविंग अकाउंट में रखोगे। तो इन्फेक्शन की वजह से उसकी वैल्यू कम होती चली जाएगी। तब अगर आपके घर के बुजुर्गों ने ₹100 वैसे ही घर में रखे होते।
तो आज उन ₹100 की वैल्यू क्या होती, ये आपको भी पता है? आज के ₹100 की वैल्यू 40 50 साल पहले के ₹100 से कई गुना कम है। इससे बचने के लिए आपको अपना पैसा इन्वेस्ट करना होगा।
Investment किस तरह से करे:-
इस तरह से इन्वेस्ट करना होगा कि टैक्स और बाकी चार्जेज पे करने के बाद उस investment का ऐनुअल रिटर्न। इन्फ्लेशन रेट से ज्यादा होना चाहिए। फॉर एग्ज़ैम्पल अगर इन्फ्लेशन रेट 4% है। तो आपके investment में कम से कम 4-5 % रिटर्न तो देना ही चाहिए।
जब आपके इन्वेस्टमेंट आपको 4% रिटर्न देगी तो होगा आपका ब्रेक वन पॉइंट। मतलब 4% रिटर्न कम कर भी आपको प्रॉफिट होगा ना ही लॉस क्योंकि इन्फ्लेशन रेट 4% है और अगर आपको अपने investment पर इन्फ्लेशन रेट से कम रिटर्न मिल रहे हैं, तो इन डाइरेक्टली आप लॉस में हो।
सो इन्फ्लेशन रेट के ऊपर जितना रिटर्न आपको मिलेगा, वो आपका रियल रिटर्न रहेगा। तो इन्फ्लेशन को बीट करने के लिए आपको अपना पैसा इस तरह से इन्वेस्ट करना होगा। जिससे आपके investment रिटर्न इन्फ्लेशन को आराम से बीट करके आपको अच्छे रिटर्न दे सके।
इन्फ्लेशन रेट से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए आप अलग अलग investment इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हो, जैसे कि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स, रियल एस्टेट, स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड आदि ।

लेकिन इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट्स के रिटर्न फिक्स नहीं होते हैं, इसलिए किसी भी इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट करने से पहले आपको उस का अच्छा खासा एनालिसिस करना होगा।
उदाहरण के तोर पर अगर आपको स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना हैं तो आपको कंपनी इंडस्ट्री, इकोनॉमी इत्यादी इन चीजों का डिटेल में एनालिसिस करना होगा।और साथ ही आपको इन्वेस्टमेंट के लाभ और नुक़सान भी देखने होंगे।
इन्फ्लेशन को बीट करने के लिए और अच्छे रिटर्न लाने के चक्कर में लोग किसी भी फालतू स्कीम में इन्वेस्ट करते हैं। जो लोगों को शॉर्ट टर्म में अच्छे रिटर्न्स या पैसे डबल करने का वादा करते हैं और हम देखते हैं कि हमारे आजू बाजू भी बहुत सारी ऐसी स्कीम चल रही होती है।
इंडिया में ऐसी बहुत सारी स्कीम आती जाती रहती है और लोग भी ज्यादा रिटर्न कमाने के लालच में उन में फंस जाते हैं। अगर कोई स्कीम आती है और आपको ज्यादा फिक्स रिटर्न देने का पैसे डबल करने का वादा करती है ।
तो पहले चेक करिए वो चीज़ लीगल है या नहीं और इतने ज्यादा फिक्स रिटर्न कैसे दे रही है। और ऐसी शॉर्ट टर्म में ज़्यादा फिक्स रिटर्न देने वाली कौन सी स्क्रीन से आप दूर ही रहें तो अच्छा है।
दोस्तों आज का यह आर्टिकल कैसा लगा ? और आपका कोई प्रशन या सुझाव है तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है।